नज़रिया- Viewpoint

नज़रिया

तू कहता है गम ज़िन्दगी में तेरे हज़ार हैं,
मैं कहता हूँ मेरे पास खुशियाँ अपार  हैं ,
तू कहता है तुझ पर दुःखों का पहाड़ है ,
मैं कहता हूँ मेरे पास सुख बेशुमार है ,
तू कहता है तेरे पास अपनों का नहीं प्यार है ,
मैं कहता हूँ मेरे पास प्यार भरा संसार है,
तू  कहता है तेरे पास वक़्त  का आभाव है,
मेरे पास वक़्त ही वक़्त है ये मेरा स्वभाव है,
वक़्त के  घंटे तेरे पास भी उतने हैं ,

वक़्त के घंटे मेरे पास भी उतने ही हैं ,

तेरे पास भी अपने उतने ही हैं ,

मेरे पास भी अपने उतने ही हैं ,
गम और खुशियां तेरे मेरे पास एक ही हैं,
संसार का व्यापार तेरे मेरे लिए एक ही है ,
कमी तुझको भी नहीं की, देने में उस खुदा ने,
कमी मुझको भी नहीं की, देने में उस खुदा ने,
फ़र्क़ इतना ही है मेरे दोस्त ,
तेरा ज़िन्दगी जीने का नज़रिया जुदा है
मेरा ज़िन्दगी जीने का नज़रिया जुदा है

– प्रीती मिश्र तिवारी

September 26 2014

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